मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता ग्रामीण समुदायों में भी उतनी ही है जितनी शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य मिशन के आदेश अनुसार मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग की टीम का आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैनाबाद में भ्रमण किया गया भ्रमण के दौरान ग्रामीणों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व एवं उसकी आवश्यकता एवं उसके लिए शासन के उठाए गए ठोस कदम एवं सहायता के उपाय (मनहित ऐप मोबाइल में डाउनलोड एवं टेली मानस टोल फ्री नंबर 24 घंटे उपलब्ध 144 16 मोबाइल में सेव) बताए गए ! *पीएमएसएमए के तहत प्रत्येक गर्भवती माता का प्रसव पूर्व मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण की आवश्यकता के बारे में ग्रामीणों को बैनर एवं पंपलेट के माध्यम से समझाया गया !मानसिक विकार तनाव, चिंता, अवसाद, नशीले पदार्थों का सेवन करना, नींद नहीं आना, गुस्सा करना ,याद ना रहना,दौरे आना , आत्महत्या,गर्भवती माता के प्रसव पूर्व ,प्रसव के दौरान एवं प्रसव के बाद के मानसिक विकार,मोबाइल फोन एडिक्शन एवं मानसिक स्वास्थ्य पर रूढ़िवादिता, अंधविश्वास एवं भ्रांतियां विषय पर ग्रामीणों से बातचीत की गई!* मानसिक स्वास्थ्य संवाद के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन एवं जागरूकता को बढ़ावा देना एवं मानसिक स्वास्थ्य पर से जुड़े कलंक, अंधविश्वास ,भ्रांतियां एवं रूढ़िवादिता को दूर करना भ्रमण का उद्देश्य है ! जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग डॉक्टर देवेंद्र झडानिया मेडिकल ऑफिसर ,श्रीमती सीमा डेविड मनकक्ष प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर ,विनीता नर्सिंग ऑफिसर, लखन सपोर्टिंग स्टाफ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैनाबाद में पदस्थ सीएचओ राजकुमारी सोनकर, एएनएम मेघा साहू ,जायदा बी, मनीषा सूर्यवंशी ,शोभा चित्ते, कल्पना धाडे, लक्ष्मी मदन, अनीता इंगले आशा कार्यकर्ता एवं सुवर्णा संतोष आशा सुपरवाइजर, लता बारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित रहे!
मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता ग्रामीण समुदायों में भी उतनी ही है जितनी शहरी क्षेत्र में
मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता ग्रामीण समुदायों में भी उतनी ही है जितनी शहरी क्षेत्र में
मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता ग्रामीण समुदायों में भी उतनी ही है जितनी शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य मिशन के आदेश अनुसार मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग की टीम का आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैनाबाद में भ्रमण किया गया भ्रमण के दौरान ग्रामीणों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व एवं उसकी आवश्यकता एवं उसके लिए शासन के उठाए गए ठोस कदम एवं सहायता के उपाय (मनहित ऐप मोबाइल में डाउनलोड एवं टेली मानस टोल फ्री नंबर 24 घंटे उपलब्ध 144 16 मोबाइल में सेव) बताए गए ! *पीएमएसएमए के तहत प्रत्येक गर्भवती माता का प्रसव पूर्व मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण की आवश्यकता के बारे में ग्रामीणों को बैनर एवं पंपलेट के माध्यम से समझाया गया !मानसिक विकार तनाव, चिंता, अवसाद, नशीले पदार्थों का सेवन करना, नींद नहीं आना, गुस्सा करना ,याद ना रहना,दौरे आना , आत्महत्या,गर्भवती माता के प्रसव पूर्व ,प्रसव के दौरान एवं प्रसव के बाद के मानसिक विकार,मोबाइल फोन एडिक्शन एवं मानसिक स्वास्थ्य पर रूढ़िवादिता, अंधविश्वास एवं भ्रांतियां विषय पर ग्रामीणों से बातचीत की गई!* मानसिक स्वास्थ्य संवाद के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन एवं जागरूकता को बढ़ावा देना एवं मानसिक स्वास्थ्य पर से जुड़े कलंक, अंधविश्वास ,भ्रांतियां एवं रूढ़िवादिता को दूर करना भ्रमण का उद्देश्य है ! जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग डॉक्टर देवेंद्र झडानिया मेडिकल ऑफिसर ,श्रीमती सीमा डेविड मनकक्ष प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर ,विनीता नर्सिंग ऑफिसर, लखन सपोर्टिंग स्टाफ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैनाबाद में पदस्थ सीएचओ राजकुमारी सोनकर, एएनएम मेघा साहू ,जायदा बी, मनीषा सूर्यवंशी ,शोभा चित्ते, कल्पना धाडे, लक्ष्मी मदन, अनीता इंगले आशा कार्यकर्ता एवं सुवर्णा संतोष आशा सुपरवाइजर, लता बारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित रहे!