बुरहानपुर, 27 अक्टूबर 2024 – बुरहानपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ऐतिहासिक यात्रा की स्मृति में वृहद कार्यक्रम की रूपरेखा पर विचार हेतु गांधी ग्लोबल फैमिली (जीजीएफ) और गांधी शांति समिति की बैठक संपन्न हुई। संयुक्त राष्ट्र से मान्यता प्राप्त इस वैश्विक शांति संगठन की बैठक की अध्यक्षता जीजीएफ की जिला अध्यक्ष श्रीमती तसनीम मर्चेंट ने की। बैठक में मो. सादीक जहाजवाला, शेख रुस्तमभाई, आशीष भगत, तफज्जुल हुसैन मुलायमवा, संजय चौकसे, रियाजुल हक अंसारी, मोहम्मद मर्चेंट, दिलीप तायडे, वसीम भाई, प्रदीप दुबे सहित कई गांधीवादी विचारकों ने भाग लिया।
इस दौरान बुरहानपुर में गांधी विचारों को विस्तार देने हेतु गांधी भवन के नवीनीकरण और गांधी अस्थि विसर्जन स्थल के संरक्षण के लिए आवश्यक उपायों पर सहमति बनी। साथ ही, महात्मा गांधी की 1933 की ऐतिहासिक बुरहानपुर यात्रा की स्मृति में 8 दिसंबर को एक वृहद कार्यक्रम आयोजित करने की योजना पर भी विचार किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गांधीजी के शांति और अहिंसा के संदेश को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने प्रसिद्ध गांधी सेवक श्री एस. एन. सुब्बाराव को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। दिलीप तायडे ने भाईजी सुब्बाराव के योगदान का स्मरण कर बताया कि कैसे उन्होंने चंबल के कुख्यात डकैतों को गांधीजी के अहिंसक मार्ग पर लाकर उन्हें आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया। बुरहानपुर को यह सौभाग्य प्राप्त है कि भाई सुब्बाराव अपनी सद्भावना यात्रा के दौरान यहां आए थे। उनके उस दौरे का आयोजन स्व. नंदकिशोर देवड़ा और प्रो. विजय दीक्षित ने किया था, जिससे स्थानीय लोगों को गांधीजी के विचारों का संबल मिला था।
इस वृहद कार्यक्रम की प्रस्तावना से बुरहानपुर के गांधी विचारकों में उत्साह है, और यह उम्मीद है कि यह आयोजन गांधीजी के मूल्यों को सुदृढ़ करने में सहायक सिद्ध होगा।