बुरहानपुर । विकसित भारत, विकसित मध्यप्रदेश के तहत इस वर्ष फरवरी माह में बुरहानपुर में लगभग 40 करोड़ के विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी ने किया था। जिसमें प्रमुख रूप से शहर से लगे मोहना संगम स्थल का लगभग 9 करोड़ की लागत से कायाकल्प होना सुनिश्चित था जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके परंतु कार्य प्रारंभ होने के साथ ही उस पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
बुरहानपुर मज़दूर यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने पर्यटन विकास के नाम पर पर्यावरण को हानि पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कार्ययोजना के तहत जो सड़क निर्माण व चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है उसमें सैकड़ो की तादाद में पेड़ों को बिना अनुमति काटा जा रहा है जोकि भारतीय वन कानून 1927 की धारा 68 के तहत अपराध है। एनजीटी गाइडलाइन का भी खुल्लम-खुल्ला उलंघन किया जा रहा है।
यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह व सामाजिक कार्यकर्ता सचिन गाढ़े ने गुरुवार को तहसीलदार रामलाल पगारे को शिकायत पत्र देते हुए बताया पर्यटन विकास बुरहानपुर में होना बहुत अच्छा कार्य है परंतु उसे करने में पर्यावरण को गंभीर चोट पहुंचाई जा रही है जो भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध की श्रेणी में आता है जिसमें भारी जुर्माने का भी प्रावधान है।
उक्त योजना में हो रहे निर्माण पर लगा प्रश्न चिन्ह?
मोहना संगम पर घाट व पार्क निर्माण
मोहना संगम कार्ययोजना में लगभग 9 करोड की लागत से विभिन्न विकास कार्य होंगे। जिसमें मोहना संगम के ताप्ती नदी पर घाट निर्माण, पार्क व पाथवे, सीसी रोड का पुलिया सहित निर्माण, पार्किंग स्थल, पूजन हॉल, डोम, स्टेज का निर्माण, सोलर लाइट, शौचालय, आश्रय कक्ष, रिटर्निग वॉल, दुकानें, प्रवेश द्वार आदि शामिल है। उक्त कार्यों का भूमि पूजन इस वर्ष फरवरी माह में हुआ है एवं कार्य प्रारंभ भी हो चुका है परंतु कार्य करते समय पर्यावरण की अनदेखी पर प्रशासन की चुप्पी समझ से परे हैं।