बुरहानपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के तहत आस्था चिकित्सक के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम ग्राम लोखंडिया के श्री मोती माता देवी मंदिर बुरहानपुर में किया गया! नवरात्रि के चलते यहां पर कुछ विशेष दिन ,विशेष पूजा’ अर्चना के साथ भक्तों का सैलाब उमड़ कर आता है !ऐसी बात वर्तमान में पुजारी श्री बाबू साद पुजारी के द्वारा बताई गई ! श्री बाबू साद पुजारी उम्र 78 वर्ष के लगभग बंजारा समाज से है ! धार्मिक आस्था एवं परंपराओं के चलते श्री मोती माता देवी मंदिर के लिए कार्य करते हैं! श्री बाबू साद पुजारी के द्वारा बताया गया कि यह उनकी चौथी पीढ़ी है !जो इस कार्य को कर रही है! इसके पूर्व उनके दादा को श्री मोती माता देवी ने साक्षात दर्शन दिए ,! माता के आवाहन पर मंदिर की स्थापना हुई! तभी से यह परंपरा( मंदिर की क्रिया प्रणाली को लेकर )पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है,! नवरात्रि के पंचमी को विशेष दिन पर बड़ी संख्या श्रद्धालु अपनी म मन्नत को लेकर मां के मंदिर आते हैं! मां को चढ़ावे में मिठाई ही चढ़ाई जाती है,ऐसी प्रथा है ! एक निश्चित दिन में पंचमी को यहां भारी भीड़ लगती है! मानसिक स्वास्थ्य का परिचय देते हुए ,मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जब पुजारी जी से बातें की गई! पुजारी ने स्वयं अपने परिवार में होने वाले मानसिक समस्या से पीड़ित अपने पुत्र के बारे में जानकारी दी ! आस्था चिकित्सक के लिए बनाई गई प्रश्नावली के आधार पर प्रश्नों का सही सटीक जवाब भी दिया गया एवं पुजारी जी के द्वारा कहां गया -*मानसिक स्वास्थ्य एवं शारीरिक विकलांगता को ठीक करने के लिए देवी शक्ति का सहारा लेना ठीक है ,अच्छी बात है, लेकिन हम इसके साथ-साथ श्रद्धालुओं को, भक्तों को /पीड़ितों को मनोवैज्ञानिक स्तर पर उपचार आदि की भी सलाह देते हैं* पुजारी श्री बाबू साद महाराज ने कहा कि जो लोग उदास ,तनाव ,डर या अन्य मानसिक विकार संबंधी समस्याओं से पीड़ित है, वे यहां माता के मंदिर में मेरे पास आते हैं, मैं उन्हें भभूति एवं धागा देता हूं ,और उनसे यह भी कहता हूं ,कि आप अपना इलाज भी कराए ! आस्था चिकित्सा के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का यह कार्यक्रम *धार्मिक संस्थाओं में अधिक उपस्थिति एवं ईश्वर में विश्वास का मानसिक स्वास्थ्य सम्मान करता है* साथ ही सभी आस्था चिकित्सकों से सकारात्मक दृष्टिकोण से मानसिक / शारीरिक विकार से जूझ रहे लोगों के लिए संबंधित विभाग में मरीज को भेजने के लिए प्रोत्साहित करे, जिससे मानसिक या शारीरिक विकार से ग्रस्त मरीज को समय रहते उपचार के द्वारा ठीक किया जा सके ! एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मार्गदर्शन में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का समर्थन करें एवं जागरूकता के लिए कार्य करें ! *सकारात्मक धार्मिक आस्था ,मानसिक स्वास्थ्य के साथ सकारात्मक जुड़ाव को दर्शाता है* इसी आधार पर हम संबंधित पीड़ित व्यक्ति को सही समय पर उपचार देकर , स्वस्थ कर सकते हैं! मंदिर के पुजारी श्री बाबू साद महाराज को मानसिक स्वास्थ्य समस्या के लिए टेली मानस स्वास्थ्य सेवा (144 16) टोल फ्री नंबर 24 घंटे अवेलेबल एवं मनहित अप की भी जानकारी दी गई ! एवं मानसिक विकास संबंधी पंपलेट भी बांटे गए!आस्था चिकित्सक के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में मनकक्षा विभाग के नोडल अधिकारी एवं प्रभारी डॉक्टर देवेंद्र झढ़ानिया एवं मनकक्ष प्रभारी सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सीमा डेविड एवं मंदिर पुजारी श्री बाबू साद महाराज एवं मंदिर में कार्यरत कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में मंदिर में आए श्रद्धालु उपस्थित रहे,!
शोध से पता चल रहा है कि कई लोगों का धार्मिक आस्था ,आध्यात्मिकता और मानसिक स्वास्थ्य के बीच सकारात्मक संबंध
शोध से पता चल रहा है कि कई लोगों का धार्मिक आस्था ,आध्यात्मिकता और मानसिक स्वास्थ्य के बीच सकारात्मक संबंध
बुरहानपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के तहत आस्था चिकित्सक के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम ग्राम लोखंडिया के श्री मोती माता देवी मंदिर बुरहानपुर में किया गया! नवरात्रि के चलते यहां पर कुछ विशेष दिन ,विशेष पूजा’ अर्चना के साथ भक्तों का सैलाब उमड़ कर आता है !ऐसी बात वर्तमान में पुजारी श्री बाबू साद पुजारी के द्वारा बताई गई ! श्री बाबू साद पुजारी उम्र 78 वर्ष के लगभग बंजारा समाज से है ! धार्मिक आस्था एवं परंपराओं के चलते श्री मोती माता देवी मंदिर के लिए कार्य करते हैं! श्री बाबू साद पुजारी के द्वारा बताया गया कि यह उनकी चौथी पीढ़ी है !जो इस कार्य को कर रही है! इसके पूर्व उनके दादा को श्री मोती माता देवी ने साक्षात दर्शन दिए ,! माता के आवाहन पर मंदिर की स्थापना हुई! तभी से यह परंपरा( मंदिर की क्रिया प्रणाली को लेकर )पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है,! नवरात्रि के पंचमी को विशेष दिन पर बड़ी संख्या श्रद्धालु अपनी म मन्नत को लेकर मां के मंदिर आते हैं! मां को चढ़ावे में मिठाई ही चढ़ाई जाती है,ऐसी प्रथा है ! एक निश्चित दिन में पंचमी को यहां भारी भीड़ लगती है! मानसिक स्वास्थ्य का परिचय देते हुए ,मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जब पुजारी जी से बातें की गई! पुजारी ने स्वयं अपने परिवार में होने वाले मानसिक समस्या से पीड़ित अपने पुत्र के बारे में जानकारी दी ! आस्था चिकित्सक के लिए बनाई गई प्रश्नावली के आधार पर प्रश्नों का सही सटीक जवाब भी दिया गया एवं पुजारी जी के द्वारा कहां गया -*मानसिक स्वास्थ्य एवं शारीरिक विकलांगता को ठीक करने के लिए देवी शक्ति का सहारा लेना ठीक है ,अच्छी बात है, लेकिन हम इसके साथ-साथ श्रद्धालुओं को, भक्तों को /पीड़ितों को मनोवैज्ञानिक स्तर पर उपचार आदि की भी सलाह देते हैं* पुजारी श्री बाबू साद महाराज ने कहा कि जो लोग उदास ,तनाव ,डर या अन्य मानसिक विकार संबंधी समस्याओं से पीड़ित है, वे यहां माता के मंदिर में मेरे पास आते हैं, मैं उन्हें भभूति एवं धागा देता हूं ,और उनसे यह भी कहता हूं ,कि आप अपना इलाज भी कराए ! आस्था चिकित्सा के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का यह कार्यक्रम *धार्मिक संस्थाओं में अधिक उपस्थिति एवं ईश्वर में विश्वास का मानसिक स्वास्थ्य सम्मान करता है* साथ ही सभी आस्था चिकित्सकों से सकारात्मक दृष्टिकोण से मानसिक / शारीरिक विकार से जूझ रहे लोगों के लिए संबंधित विभाग में मरीज को भेजने के लिए प्रोत्साहित करे, जिससे मानसिक या शारीरिक विकार से ग्रस्त मरीज को समय रहते उपचार के द्वारा ठीक किया जा सके ! एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मार्गदर्शन में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का समर्थन करें एवं जागरूकता के लिए कार्य करें ! *सकारात्मक धार्मिक आस्था ,मानसिक स्वास्थ्य के साथ सकारात्मक जुड़ाव को दर्शाता है* इसी आधार पर हम संबंधित पीड़ित व्यक्ति को सही समय पर उपचार देकर , स्वस्थ कर सकते हैं! मंदिर के पुजारी श्री बाबू साद महाराज को मानसिक स्वास्थ्य समस्या के लिए टेली मानस स्वास्थ्य सेवा (144 16) टोल फ्री नंबर 24 घंटे अवेलेबल एवं मनहित अप की भी जानकारी दी गई ! एवं मानसिक विकास संबंधी पंपलेट भी बांटे गए!आस्था चिकित्सक के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में मनकक्षा विभाग के नोडल अधिकारी एवं प्रभारी डॉक्टर देवेंद्र झढ़ानिया एवं मनकक्ष प्रभारी सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सीमा डेविड एवं मंदिर पुजारी श्री बाबू साद महाराज एवं मंदिर में कार्यरत कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में मंदिर में आए श्रद्धालु उपस्थित रहे,!