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Sunday, October 19, 2025

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मेक्रो विज़न एकेडमी ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, रचा नया किर्तिमान

बुरहानपुर। मेक्रो विज़न एकेडमी ने क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर पायथन प्रोग्रामिंग में दो अभूतपूर्व विश्व रिकॉर्ड बना लिए है। जिसमें मेक्रो विज़न एकेडमी बुरहानपुर जो कि भारत की चिर प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल है जिसमें 03 अक्टूबर को अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को प्रेरित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।

मेक्रो विज़न एकेडमी ने अपने तकनीकी नवाचार केंद्र, क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर, पायथन प्रोग्रामिंग में दो अभूतपूर्व विश्व रिकॉर्ड बनाने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। संस्थान ने इन असाधारण प्रयासों को देखने और आधिकारिक रूप से मान्य करने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, लंदन को औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है, जिससे बुरहानपुर तकनीकी उत्कृष्टता के विश्व मानचित्र पर मजबूती से स्थापित होगा।

मेक्रो विज़न एकेडमी के विशाल 18,000 वर्ग फुट के प्रौद्योगिकी ब्लॉक में आयोजित होने वाले आगामी रिकॉर्ड-तोड़ कार्यक्रम, इसके प्रतिभाशाली छात्रों की सामूहिक प्रतिभा और व्यक्तिगत निपुणता, दोनों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। जिसमें पहले रिकॉर्ड प्रयास में 750 छात्रों ने मिलकर मात्र 24 घंटों में 1,440 अनूठे कंप्यूटर प्रोग्राम पूरे किए, जिससे एकेडमी की टीम वर्क, समस्या-समाधान और कोडिंग दक्षता को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने की क्षमता का प्रदर्शन हुआ। इसी के साथ दूसरे प्रयास में ऐसे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों पर प्रकाश डाला गया जिसने 480 मिनट (8 घंटे) में 480 पायथन प्रोग्राम कोड करने का लक्ष्य रखा था, यह एक ऐसी उपलब्धि थी जिसके लिए अत्यधिक एकाग्रता, बेजोड़ कौशल और प्रोग्रामिंग के प्रति अथक जुनून की आवश्यकता थी। यह उल्लेखनीय पहल केवल एक स्टंट नहीं हैं, बल्कि मेक्रो विज़न एकेडमी के शिक्षा के प्रति दूरदर्शी दृष्टिकोण का विस्तार हैं, जहाँ छात्रों को स्कूल स्तर से ही उद्योग-तैयार नवप्रवर्तक बनने के लिए तैयार किया जाता है। यह एक अनोखा शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र है। मेक्रो विज़न एकेडमी अपने छात्रों को विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचा प्रदान करती है जो देश के शीर्ष संस्थानों को टक्कर देता है। 18,000 वर्ग फुट में फैले, एकेडमी के तकनीकी नवाचार केंद्र में 9 अत्याधुनिक प्रयोगशालाए हैं, जो 250 उच्च-प्रदर्शन वाले iMac और नवीनतम कंप्यूटिंग प्रणालियों से सुसज्जित हैं। यह वातावरण छात्रों को न केवल प्रोग्रामिंग के मूल सिद्धांतों, बल्कि उन्नत क्षेत्रों का भी अन्वेषण करने में सक्षम बनाता है जिसमें प्रोग्रामिंग भाषाएँ और ऐप विकास, डेटा विज्ञान और मशीन लर्निंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्लाउड कंप्यूटिंग, नैतिक हैकिंग और साइबर सुरक्षा, हार्डवेयर प्रबंधन और नेटवर्किंग, एनीमेशन और रचनात्मक प्रौद्योगिकियाँ है। इन अत्याधुनिक संसाधनों तक पहुँच के साथ, मेक्रो विज़न एकेडमी के छात्रों को उन कौशलों को सीखने, अभ्यास करने और उनमें निपुणता प्राप्त करने का अवसर मिलता है जो अधिकांश छात्रों को केवल कॉलेज के दौरान ही मिलते हैं। यह प्रगति सुनिश्चित करती है कि स्कूल से स्नातक होने तक, वे व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग की तैयारी के मामले में इंजीनियरिंग स्नातकों के बराबर होंगे। एकेडमी का विज़न है कि “हमारा मिशन केवल उच्च शैक्षणिक अंक प्राप्त करने तक सीमित नहीं है। हम छात्रों की एक ऐसी पीढ़ी तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो स्कूल से ही उद्योग-तैयार हों। उन्हें नवीनतम तकनीकों से जल्दी परिचित कराएं । हम चाहते हैं कि हमारे शिक्षार्थी भविष्य के नेता, समस्या-समाधानकर्ता और नवप्रवर्तक बनें जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।” क्रोनोस्फेयर के साथ यह सहयोग स्कूली शिक्षा और पेशेवर उद्योग मानकों के बीच की खाई को पाटने के लिए एकेडमी की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वास्तविक दुनिया के अनुभव, उन्नत उपकरणों और संरचित मार्गदर्शन को एकीकृत करके, एकेडमी यह सुनिश्चित करती है कि उसके छात्र न केवल भविष्य की तकनीकों का सपना देखेंगे, बल्कि उन्हें सक्रिय रूप से विकसित भी कर सकेंगे । इन सभी रिकॉर्ड-तोड़ प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक संस्थाओं, उद्योग विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों का ध्यान आकर्षित होने की उम्मीद है। रिकॉर्ड तोड़ने के अलावा, इस आयोजन का उद्देश्य भारत भर के छात्रों को प्रोग्रामिंग और कम्प्यूटेशनल सोच को भविष्य के आवश्यक कौशल के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन को औपचारिक रूप से इस प्रक्रिया की देखरेख के लिए आमंत्रित किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी गतिविधियाँ वैश्विक सत्यापन मानकों का कड़ाई से पालन कर की गई है। प्रामाणिकता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पारदर्शी निगरानी प्रणालियाँ, कठोर प्रोटोकॉल और डिजिटल ट्रैकिंग उपकरण लागू किए गए हैं। यह ऐतिहासिक उपलब्धि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध बुरहानपुर शहर के लिए है। यह आयोजन भविष्य की ओर एक साहसिक कदम है। इस तरह की विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पहल का आयोजन न केवल शहर की शैक्षिक छवि को निखारेगा, बल्कि इसे नवाचार और प्रौद्योगिकी-संचालित शिक्षा के केंद्र के रूप में भी स्थापित करेगा।

मेक्रो विज़न एकेडमी और क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर, युवा प्रतिभा, शैक्षणिक दूरदर्शिता और तकनीकी उत्कृष्टता के शानदार प्रदर्शन के लिए मंच तैयार है। एक ऐसे आयोजन की उलटी गिनती शुरू हो गई है जो स्कूली शिक्षा में संभावनाओं को नए सिरे से परिभाषित करने और दुनिया भर के अनगिनत युवा दिमागों को प्रेरित करने का वादा करता है। इस अभूतपूर्व सफलता पर सभी मैनेजमेंट सदस्यों के साथ एकेडमी के संस्थापक एवं चैयरमेन श्री आनंद प्रकाश चौकसे एवं श्रीमती मंजूषा चौकसे एवं मिस. अंतरा चौकसे के साथ मध्य भारत के सबसे बड़े मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल ऑल इज़ वेल के डायरेक्टर श्री कबीर चौकसे एवं श्रीमती देवांशी चौकसे ने क्रोनोस्फीयर के चीफ श्री मनोज कुमार और उसकी टीम के सदस्यों के साथ सी.टी.ओ. ऑफिसर श्री विजय सुखवानी एवं एकेडमिक प्राचार्य श्री जसवीर सिंह परमार का सभी ने आभार व्यक्त किया है।

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बुरहानपुर। मेक्रो विज़न एकेडमी ने क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर पायथन प्रोग्रामिंग में दो अभूतपूर्व विश्व रिकॉर्ड बना लिए है। जिसमें मेक्रो विज़न एकेडमी बुरहानपुर जो कि भारत की चिर प्रतिष्ठित सीबीएसई स्कूल है जिसमें 03 अक्टूबर को अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को प्रेरित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है।

मेक्रो विज़न एकेडमी ने अपने तकनीकी नवाचार केंद्र, क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर, पायथन प्रोग्रामिंग में दो अभूतपूर्व विश्व रिकॉर्ड बनाने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। संस्थान ने इन असाधारण प्रयासों को देखने और आधिकारिक रूप से मान्य करने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, लंदन को औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है, जिससे बुरहानपुर तकनीकी उत्कृष्टता के विश्व मानचित्र पर मजबूती से स्थापित होगा।

मेक्रो विज़न एकेडमी के विशाल 18,000 वर्ग फुट के प्रौद्योगिकी ब्लॉक में आयोजित होने वाले आगामी रिकॉर्ड-तोड़ कार्यक्रम, इसके प्रतिभाशाली छात्रों की सामूहिक प्रतिभा और व्यक्तिगत निपुणता, दोनों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। जिसमें पहले रिकॉर्ड प्रयास में 750 छात्रों ने मिलकर मात्र 24 घंटों में 1,440 अनूठे कंप्यूटर प्रोग्राम पूरे किए, जिससे एकेडमी की टीम वर्क, समस्या-समाधान और कोडिंग दक्षता को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने की क्षमता का प्रदर्शन हुआ। इसी के साथ दूसरे प्रयास में ऐसे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों पर प्रकाश डाला गया जिसने 480 मिनट (8 घंटे) में 480 पायथन प्रोग्राम कोड करने का लक्ष्य रखा था, यह एक ऐसी उपलब्धि थी जिसके लिए अत्यधिक एकाग्रता, बेजोड़ कौशल और प्रोग्रामिंग के प्रति अथक जुनून की आवश्यकता थी। यह उल्लेखनीय पहल केवल एक स्टंट नहीं हैं, बल्कि मेक्रो विज़न एकेडमी के शिक्षा के प्रति दूरदर्शी दृष्टिकोण का विस्तार हैं, जहाँ छात्रों को स्कूल स्तर से ही उद्योग-तैयार नवप्रवर्तक बनने के लिए तैयार किया जाता है। यह एक अनोखा शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र है। मेक्रो विज़न एकेडमी अपने छात्रों को विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचा प्रदान करती है जो देश के शीर्ष संस्थानों को टक्कर देता है। 18,000 वर्ग फुट में फैले, एकेडमी के तकनीकी नवाचार केंद्र में 9 अत्याधुनिक प्रयोगशालाए हैं, जो 250 उच्च-प्रदर्शन वाले iMac और नवीनतम कंप्यूटिंग प्रणालियों से सुसज्जित हैं। यह वातावरण छात्रों को न केवल प्रोग्रामिंग के मूल सिद्धांतों, बल्कि उन्नत क्षेत्रों का भी अन्वेषण करने में सक्षम बनाता है जिसमें प्रोग्रामिंग भाषाएँ और ऐप विकास, डेटा विज्ञान और मशीन लर्निंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्लाउड कंप्यूटिंग, नैतिक हैकिंग और साइबर सुरक्षा, हार्डवेयर प्रबंधन और नेटवर्किंग, एनीमेशन और रचनात्मक प्रौद्योगिकियाँ है। इन अत्याधुनिक संसाधनों तक पहुँच के साथ, मेक्रो विज़न एकेडमी के छात्रों को उन कौशलों को सीखने, अभ्यास करने और उनमें निपुणता प्राप्त करने का अवसर मिलता है जो अधिकांश छात्रों को केवल कॉलेज के दौरान ही मिलते हैं। यह प्रगति सुनिश्चित करती है कि स्कूल से स्नातक होने तक, वे व्यावहारिक ज्ञान और उद्योग की तैयारी के मामले में इंजीनियरिंग स्नातकों के बराबर होंगे। एकेडमी का विज़न है कि “हमारा मिशन केवल उच्च शैक्षणिक अंक प्राप्त करने तक सीमित नहीं है। हम छात्रों की एक ऐसी पीढ़ी तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो स्कूल से ही उद्योग-तैयार हों। उन्हें नवीनतम तकनीकों से जल्दी परिचित कराएं । हम चाहते हैं कि हमारे शिक्षार्थी भविष्य के नेता, समस्या-समाधानकर्ता और नवप्रवर्तक बनें जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।” क्रोनोस्फेयर के साथ यह सहयोग स्कूली शिक्षा और पेशेवर उद्योग मानकों के बीच की खाई को पाटने के लिए एकेडमी की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वास्तविक दुनिया के अनुभव, उन्नत उपकरणों और संरचित मार्गदर्शन को एकीकृत करके, एकेडमी यह सुनिश्चित करती है कि उसके छात्र न केवल भविष्य की तकनीकों का सपना देखेंगे, बल्कि उन्हें सक्रिय रूप से विकसित भी कर सकेंगे । इन सभी रिकॉर्ड-तोड़ प्रयासों से अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक संस्थाओं, उद्योग विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों का ध्यान आकर्षित होने की उम्मीद है। रिकॉर्ड तोड़ने के अलावा, इस आयोजन का उद्देश्य भारत भर के छात्रों को प्रोग्रामिंग और कम्प्यूटेशनल सोच को भविष्य के आवश्यक कौशल के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन को औपचारिक रूप से इस प्रक्रिया की देखरेख के लिए आमंत्रित किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी गतिविधियाँ वैश्विक सत्यापन मानकों का कड़ाई से पालन कर की गई है। प्रामाणिकता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पारदर्शी निगरानी प्रणालियाँ, कठोर प्रोटोकॉल और डिजिटल ट्रैकिंग उपकरण लागू किए गए हैं। यह ऐतिहासिक उपलब्धि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध बुरहानपुर शहर के लिए है। यह आयोजन भविष्य की ओर एक साहसिक कदम है। इस तरह की विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पहल का आयोजन न केवल शहर की शैक्षिक छवि को निखारेगा, बल्कि इसे नवाचार और प्रौद्योगिकी-संचालित शिक्षा के केंद्र के रूप में भी स्थापित करेगा।

मेक्रो विज़न एकेडमी और क्रोनोस्फीयर के साथ मिलकर, युवा प्रतिभा, शैक्षणिक दूरदर्शिता और तकनीकी उत्कृष्टता के शानदार प्रदर्शन के लिए मंच तैयार है। एक ऐसे आयोजन की उलटी गिनती शुरू हो गई है जो स्कूली शिक्षा में संभावनाओं को नए सिरे से परिभाषित करने और दुनिया भर के अनगिनत युवा दिमागों को प्रेरित करने का वादा करता है। इस अभूतपूर्व सफलता पर सभी मैनेजमेंट सदस्यों के साथ एकेडमी के संस्थापक एवं चैयरमेन श्री आनंद प्रकाश चौकसे एवं श्रीमती मंजूषा चौकसे एवं मिस. अंतरा चौकसे के साथ मध्य भारत के सबसे बड़े मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल ऑल इज़ वेल के डायरेक्टर श्री कबीर चौकसे एवं श्रीमती देवांशी चौकसे ने क्रोनोस्फीयर के चीफ श्री मनोज कुमार और उसकी टीम के सदस्यों के साथ सी.टी.ओ. ऑफिसर श्री विजय सुखवानी एवं एकेडमिक प्राचार्य श्री जसवीर सिंह परमार का सभी ने आभार व्यक्त किया है।

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