किसानों के हित में एक और ऐतिहासिक कदम-भावांतर योजनांतर्गत सोयाबीन खरीदी का अर्चना चिटनिस ने किया शुभारंभ

बुरहानपुर। विधायक एवं पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस (दीदी) ने आज बुरहानपुर की अनाज मंडी में “भावांतर भुगतान योजना” अंतर्गत सोयाबीन फसल खरीदी का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में श्रीमती चिटनिस ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार द्वारा सुनिश्चित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की नीति को आगे बढ़ाते हुए, राज्य सरकार ने सोयाबीन उत्पादक किसान बंधुओं के हितों की रक्षा हेतु ‘‘भावांतर योजना‘‘ लागू की है। यह योजना किसानों को उनकी उपज का उचित दाम दिलाने के लिए हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। एमएसपी से कम मूल्य में विक्रय पर होने वाले नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। मंडी में सोयाबीन के भाव और एमएसपी के बीच के अंतर को सीधे किसान के बैंक खाते में जमा किया जाएगा। यह निर्णय सुनिश्चित करता है कि सोयाबीन उत्पादक किसान आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें और उन्हें उनकी मेहनत का पूरा फल मिले। हम किसानों के साथ हैं, उनकी उन्नति ही हमारी प्राथमिकता है।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा किसान हमारे राष्ट्र की आत्मा हैं, हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। किसानों की मेहनत का उचित मूल्य दिलाना हमारी प्राथमिकता है, और भावांतर योजना इसी दिशा में सरकार का सशक्त कदम है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) ₹5328 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। यदि बाजार भाव इससे कम रहता है, तो सरकार किसानों को भावांतर राशि के रूप में यह अंतर भरपाई कर देगी, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का पूरा प्रतिफल मिले। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार लगातार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य का हर किसान सुखी, समृद्ध और आत्मनिर्भर बने। भावांतर योजना किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा कवच है, जो उन्हें बाजार की अनिश्चितता से बचाती है।
श्रीमती चिटनिस ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने के लिए यह योजना किसानों की आय दोगुनी करने का माध्यम बनेगी। भाजपा सरकार किसानों के सम्मान और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज माने, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप पाटिल, किशोर शाह, किशोर पाटिल, देवानंद पाटिल, दिवाकर कोली सहित बड़ी संख्या में किसान बंधु उपस्थित रहे।



