बुरहानपुर में राजस्व अफसरों की एक गलती से जिंदा किसान को मृत घोषित कर उसकी पीएम किसान सम्मान निधि बंद कर दी गई। खुद को जिंदा साबित करने के लिए अफसरों के चक्कर लगाने के बाद मंगलवार कलेक्टर कार्यालय पहुंचा तो यह प्रकरण सुनकर अफसर भी हैरान रह गए। दरअसल यह पूरा मामला नेपानगर तहसील के ग्राम डवालीकल का है, जहां किसान कुल सिंह पिता गोपाल को प्रधानमंत्री सम्मान निधि की 14 किस्त मिल चुकी है, लेकिन अब अगली किस्त का भुगतान नहीं हो रहा है। किसान ने इस मामले की शिकायत तहसील में करने के बाद भी कोई निराकरण नहीं हुआ। सरकारी दस्तावेज दिखाने पर किसान को राजस्व विभाग के अफसरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। जबकि किसान जिंदा है, अब किसान अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए प्रशासनिक विभागों के चक्कर लगा रहा है। प्रगतिशील किसान संगठन ने भी मामले की शिकायत वरिष्ठ अफसरों करने की बात कही।
जिंदा किसान को बताया मृत, बंद कर दी सम्मान निधि
बुरहानपुर में राजस्व अफसरों की एक गलती से जिंदा किसान को मृत घोषित कर उसकी पीएम किसान सम्मान निधि बंद कर दी गई। खुद को जिंदा साबित करने के लिए अफसरों के चक्कर लगाने के बाद मंगलवार कलेक्टर कार्यालय पहुंचा तो यह प्रकरण सुनकर अफसर भी हैरान रह गए। दरअसल यह पूरा मामला नेपानगर तहसील के ग्राम डवालीकल का है, जहां किसान कुल सिंह पिता गोपाल को प्रधानमंत्री सम्मान निधि की 14 किस्त मिल चुकी है, लेकिन अब अगली किस्त का भुगतान नहीं हो रहा है। किसान ने इस मामले की शिकायत तहसील में करने के बाद भी कोई निराकरण नहीं हुआ। सरकारी दस्तावेज दिखाने पर किसान को राजस्व विभाग के अफसरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। जबकि किसान जिंदा है, अब किसान अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए प्रशासनिक विभागों के चक्कर लगा रहा है। प्रगतिशील किसान संगठन ने भी मामले की शिकायत वरिष्ठ अफसरों करने की बात कही।