बुरहानपुर। शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्राकृतिक आपदा से हुई फसल क्षति के लिए प्रभावित कृषकों को राहत राशि का वितरण किया। बुरहानपुर जिले के 309 प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 3 करोड़ 38 लाख से अधिक की राहत राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से सीधे उनके खातों में अंतरण की। बुरहानपुर के एनआईसी कक्ष से वीडियों कांफ्रेसिंग में कलेक्टर हर्षसिंह, जिल पंचायत अध्यक्ष गंगाराम मार्को सहित अन्य जनप्रतिनिधि व कृषकगण उपस्थित थे। इस दौरान डॉ.मोहन यादव ने बुरहानपुर के प्रभावित किसानों से संवाद किया। विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए बुरहानपुर जिले में उद्यानिकी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा में सम्मिलित करने के विषय को प्राथमिक से देखने का आग्रह किया। जिस पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा हेतु प्रक्रियाधीन है।
*अर्चना चिटनिस ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का माना आभार*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक राहत बुरहानपुर के किसान पांडुरंग विठ्ठल को 3 लाख 60 हजार रूपए राहत राशि प्राप्त हुई है। श्रीमती चिटनिस ने किसानों की ओर से मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री जी ने किसानों का दर्द समझा और उन्हें राहत राशि प्रदान की। प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता राशि जारी होने से किसान खुश है। चिटनिस ने कहा कि यह मुआवजा न केवल किसानों की अगली फसल की तैयारी में सहारा बनेगा बल्कि यह भाजपा सरकार की किसान-हितैषी सोच का प्रतीक भी है। श्रीमती चिटनिस ने उन सभी जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस कार्य को समय पर पूरा किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गांव, गरीब और किसानों की चिंता की है। कृषि कल्याण को प्राथमिकता दी गई है। हमारी कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए। केन्द्र और राज्य सरकार ने जो कहा वह किया है। पूर्व सरकार और वर्तमान सरकार के कार्यों में जमीन-आसमान का अंतर है।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि, दिन-रात मेहनत करने के बाद प्राकृतिक आपदा से फसल बर्बाद हो जाए तो ऐसे में किसान के दर्द का अंदाजा कोई और नहीं लगा सकता है। संकट की इस घड़ी में, भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमेशा किसानों के साथ रहती है। केले की फसल की 50 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर 2 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से राहत राशि दी जा रही है। हमने केला फसल की हानि पर अधिकतम दी जाने वाली राशि की सीमा को रूपए 3 लाख से बढ़ाकर रूपए 6 लाख किया है। यह किसानों की सरकार है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि, हमारी सरकार ने हमेशा किसानों की चिंता की है। किसानों पर जब भी संकट आया, भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के संकट में उनके साथ खड़े रहती है।
*अगस्त-सितंबर 2025 को आंधी, तूफान और अधिक वर्षा के कारण फसलों को हुआ था नुकसान*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि, बुरहानपुर जिले में 27-28 अगस्त तथा 16-17 सितंबर 2025 को आयी आंधी तूफान के चलते केला फसल को काफी नुकसान हुआ था। इस दौरान तत्काल सर्वे दल का गठन कर फसल नुकसानी का सर्वे कार्य किया गया तथा आरबीसी 6-4 के तहत फसल नुकसानी के प्रकरण तैयार करते हुए शासन स्तर पर प्रकरणों को प्रेषित करने की कार्यवाही की गई। जिसके फलस्वरूप प्रभावित किसानों के खातो में राशि का वितरण किया जा सका।
*433 किसानों को सितंबर 2025 में 5 करोड़ से अधिक की राहत राशि की थी प्रदान*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि बुरहानपुर जिले में 27 मई और 29 जुलाई 2025 में अंधड़, आंधी, तूफान से नुकसान हुआ था। सितंबर 2025 डॉ.मोहन यादव ने वीडिया कांफ्रेसिंग के माध्यम से बुरहानपुर विधानसभा के 33 गांवों के 433 प्रभावित किसानों को फसल नुकसानी (केला एवं अन्य फसलों) के लिए 5 करोड़ 1 लाख 47 हजार 671 रूपए की राहत राशि प्रदान की गई थी। इसी प्रकार मई-जून वर्ष 2024 में भी बुरहानपुर जिले में अंधड़, आंधी-तूफान से प्रभावित केला फसल को जुलाई 2024 में लगभग 65 करोड़ रूपए का मुआवजा वितरित किया गया था।