आज दिनांक को जिला चिकित्सालय बुरहानपुर के एएनसी ओपीडी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन गर्भवती माता की विशेष सेहतमंद जांच की गई! इस दौरान गर्भवती माता , परिजनों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को गर्भवती माता के लिए स्वास्थ्य सुझाव , शारीरिक परीक्षण एवं प्रसव पूर्व मानसिक परीक्षण की आवश्यकता एवं महत्व एवं केयर कंपेनियन प्रोग्राम के द्वारा प्रसव संबंधी किसी भी समस्या के लिए (प्रसव पूर्व समस्या के लिए 0804793 146 एवं 0804793 147 प्रसव के बाद माता एवं नवजात शिशु के लिए एवं सुमन हेल्पलाइन नंबर 750 9217, 24 घंटे उपलब्ध, टोल फ्री नंबर निःशुल्क प्रसव संबंधी समस्या के लिए सोमवार से शनिवार ) एवं प्रसव पूर्व मानसिक समस्या तनाव, चिंता ,डर , एवं भावनात्मक परिवर्तन ,मूड डिसऑर्डर) के लिए मनहित एप मोबाइल में डाउनलोड किया गया एवं टेली मानस का नंबर 144 16 मोबाइल में सेव)के बारे में पोस्टर, बैनर एवं पंपलेट के माध्यम से जानकारी दी गई!
गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ वजन, पौष्टिक भोजन ,शारीरिक गतिविधि एवं बच्चे के जन्म के बाद भी माता एवं नवजात शिशु के लिए स्वास्थ्य सुझाव एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए परिवार की क्या भूमिका है ? के लिए मार्गदर्शन दिया गया ! प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती माता को एवं नवजात शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता के बारे में भी जानकारी दी गई ! 49 गर्भवती माता की विशेष सेहत जांच की गई जिसमें 15 गर्भवती माता गंभीर जोखिम में चिन्हित की गई ! के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं परिजन को समझाइश दी गई ! जिला स्वास्थ्य अधिकारी डी एच ओ -1 डॉ एल.डी.एस. फूंकबाल द्वारा गर्भवती माता के परीक्षण को लेकर उपस्थित गर्भवती माता,डॉक्टर्स ,स्टाफ एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता से चर्चा की गई ! डॉक्टर रेहाना बोहरा स्त्री रोग विशेषज्ञ ,डॉक्टर पूनम सिंघाल स्त्री रोग विशेषज्ञ (जांच एवं 15 सोनोग्राफी ),डॉक्टर मुनीष गुप्ता स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर हिमाया स्त्री रोग विशेषज्ञ ,डॉ ममता स्त्री विभाग,मेडिकल ऑफिसर ,सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती वंदना श्रीवास्तव, नर्सिंग ऑफिसर मनकक्ष प्रभारी श्रीमती सीमा डेविड, डाटा एंट्री ऑपरेटर निकिता, सपोर्टिंग स्टाफ अश्विनी एवं समस्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा सेवाएं दी गई ! कार्यक्रम का उद्देश्य –सुरक्षित मातृत्व के द्वारा (प्रसव पूर्व शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण की प्राथमिकता एवं अनिवार्यता से )हर गर्भवती माता को निश्चित, व्यापक एवं गुणवत्तापूर्ण विशेष सेहत मंद जांच के द्वारा , मातृ मृत्यु दर, गर्भस्थ शिशु मृत्यु दर एवं नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करना है !