बुरहानपुर। संत निरंकारी मिशन और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सयुक्त प्रयास से ‘स्वच्छ जल -स्वच्छ मन’ अभियान के तीसरे चरण में जल संरक्षण और स्वच्छता के लिए अमृत परियोजना पूरे भारत वर्ष में 1600 से भी अधिक स्थानों पर आयोजित की गई । इस दिव्य पहल का उद्देश्य केवल जल स्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि जल संरक्षण को मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाने की सोच को विकसित करना है।
संत निरंकारी मिशन के द्वारा प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत, ‘स्वच्छ जल-स्वच्छ मन’ परियोजना के तृतीय चरण में बुरहानपुर की ताप्ती नदी के,राजघाट पर सफाई की गई। इसका उद्देश्य जल संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है, ताकि भावी पीढ़ियों को निर्मल जल और स्वस्थ पर्यावरण का वरदान प्राप्त हो सके।
संत निरंकारी मिशन ने बाबा हरदेव सिंह महाराज की प्रेरणादायक शिक्षाओं को आत्मसात कर समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अधिक जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है । सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के अनुसार जब हमने जन्म लिया तब हमें प्रकृति सुंदर रूप में उपहार में प्राप्त हुई ।अब हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि जब हम यहां से रुखसत हो तो, इस प्रकृति और पर्यावरण को और ज्यादा सुंदर बना के जाए। जानकारी कमिटी कन्वीनर दीपक जयसिंघानी ने दी।