– जमीनी विवाद को लेकर पति-पत्नी ने अपने भाई व भाभी की हत्या का रचा था षड़यंत्र
बुरहानपुर के थाना खकनार क्षेत्र के में दिनांक 17/05/2025 को सूचना प्राप्त हुई की ग्राम रामाखेडा कला में भंगडा पिता चन्दरसिंह व पत्नी जेमाबाई पति भंगडा की खुन में लतपत लाश पडी है । सूचना मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस नेपानगर श्री निर्भयसिंह अलावा, थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक जाधव, एफएसएल अधिकारी, फिंगर प्रिंट अधिकारी एवं मय फोर्स के घटना स्थल पहंचे जहा भंगडा व जेंमाबाई का शव घर के आंगन में खुन से लतपत नीचे जमीन पर पडे थे तथा आसपास खुन से सने लकडी डंडे पडे थे । मौके मृतक के लडके दिपक की रिपोर्ट पर अपराध धारा 103(1) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया ।
पुलिस अधीक्षक महोदय श्री देवेन्द्र पाटीदार व्दारा घटना का निरीक्षण किया गया । श्रीमान के निर्देशन एवं अति. पुलिस अधीक्षक महोदय श्री अंतरसिंह कनेश एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) नेपानगर श्री निर्भयसिंह अलावा के मार्गदर्शन में प्रकरण की विवेचना के दौरान मृतक के भाई रमेश से जमीनी विवाद होना पाया गया । मुखबीर सूचना एवं टेक्नीकल साक्ष्य के आधार पर संदेही रमेश उसकी पत्नी व पुत्र के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई । संदेही रमेश का अपचारी पुत्र को पकडा गया जिससे घटना के संबंध में पुछताछ की गई । जिसके व्दारा बताया गया कि उनके माता-पिता का बड़े पापा से जमीनी विवाद है जिसको लेकर आये दिन लडाई झगडा होता था । जिस कारण रमेश व मां शाहबाई व्दारा अपने बडे पुत्र बाल अपचारी को कहा कि तु अपने दोस्तो के साथ मिलकर भाई भंगडा और भाभी जेमाबाई के हत्या कर दो जो भी होगा हम देख लेंगे आरोपी रमेश व शाहबाई ने अपने पुत्र व उसके दोस्तो को दुष्प्रेरण कर बाल अपचारियो को उकसा कर अपराधिक षड़यंत्र की योजना बनाई । आरोपी रमेश व शाहबाई ने अपने बाल अपचारी पुत्र व उसके 04 दोस्तो को दिनांक 16/05/2025 को रात्री में लाठी-डंडो से हमला कर हत्या करने हेतु भेजा । बाल अपचारियो व्दारा मिलकर लाठी डंडो से मारकर भंगडा व जेमाबाई की हत्या की गई । बाद प्रकरण में आरोपी रमेश के पुत्र बाल अपचारी के अन्य 04 साथियो को पकडा जिनसे पुछताछ करते जुर्म स्वीकार किया गया । जिन्हे माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जावेगा । बाद प्रकरण में आरोपी रमेश पिता चन्दरसिंह भिलाला निवासी रामाखेडा को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में आरोपिया शाहबाई पति रमेश की तलाश जारी है ।
महत्वपूर्ण भूमिका
निरीक्षक अभिषेक जाधव, उनि शिवपाल सरयाम, उनि बी.एल. मंडलोई, उनि रामेश्वर बकोरिया, सउनि अशोक चौहान, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र पाल, सत्यभान, मेलसिंह सोलंकी, मनीष भटुरे, शादाब अली, आरक्षक जय मालवीय, जितेन्द्र चौहान, सनिल धुर्वे, मंगल पालवी, संदीप कास्डे, बनसिंह मोरे, महिला आरक्षक मीना मोरे, सायबर सेल से आरक्षक दुर्गेश पटेल, ललित, सत्यपाल की सराहनीय भूमिका रही ।