धर्म विशेषज्ञों के साथ समन्वय करने का वास्तविक अवसर है ,जिससे लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित करने ,कलंक /भ्रांतियां /अंधविश्वास को समाप्त करने और लोगों को उचित मानसिक स्वास्थ्य सहायता करने में मदद मिल सके ,जिनकी उन्हें आवश्यकता है ,और जिसके वह हकदार है!. आज दिनांक 22 /2 /2025 को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य मिशन के आदेश अनुसार मानसिक स्वास्थ्य समर्थन एवं जागरूकता के लिए सभी धर्म संप्रदाय प्रमुख की एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बुरहानपुर में बने आरसीएच हाल में किया गया!
कार्यशाला के अंतर्गत मनकक्ष प्रभारी एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र झडानिया के द्वारा आस्था चिकित्सकों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित लोगों की पहचान कैसे की जाए एवं घर बैठे कैसे उनकी सहायता की जाए ? पंपलेट ,बैनर के द्वारा समझाया गया !मानसिक रोगी के लिए उनके अधिकारों 2017 के बारे में आस्था चिकित्सकों को जानकारी दी गई एवं समाज में नशीले पदार्थ एवं अंधविश्वास को लेकर फैली भ्रांतियां को दूर करने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य कर मानसिक स्वास्थ्य में जागरूकता के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन एवं संवर्धन के लिए कार्य करने के लिए जागृत किया गया,! कार्यक्रम में आत्महत्या रोकथाम से संबंधित जानकारी के लिए गेटकीपर मित्रम के रूप में उनकी भागीदारी एवं मित्रम की भूमिका जानकारी दी गई! इस दौरान आस्था कई तरीके से मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करती है ! आस्था हमें दुख समझने में मदद करती है ,कठिनाइयों के बीच दर्द रहने की शक्ति रहती है , आस्था हमें ऐसे समुदाय से जोड़ने में मदद कर सकती है जो उनकी परवाह करते हैं ! बिना आत्मविश्वास के मानसिक विकार को दूर नहीं किया जा सकता ! आस्था चिकित्सकों की मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या भूमिका है ?के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई ! मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डीएचओ -1 डॉक्टर एल डी एस फूंकवाल द्वारा *आस्था चिकित्सा एवं मानसिक स्वास्थ्य को एक दूसरे के पूरक के रूप में परिभाषित किया गया ! समुदाय धर्म विशेषज्ञ,धर्म गुरुओं पर आस्था रखता है ,विश्वास रखता है ! इसी विश्वास के द्वारा आस्था चिकित्सक समय रहते मानसिक विकारों के लक्षण चिन्ह वाले मरीजों को चिन्हित कर स्वास्थ्य केंद्र भेजने के लिए भी कार्य करें ! ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में गर्भवती माता के संपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिले एवं इसको लेकर जो भ्रांतियां /अंधविश्वास है ! विषय पर प्रसव पूर्व मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता एवं केयर कंपेनियन प्रोग्राम के द्वारा धर्म विशेषज्ञों से चर्चा की गई !
कार्यशाला का उद्देश्य सभी धर्म विशेषज्ञों के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए समर्थन एवं मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने एवं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कलंक ,अंधविश्वास एवं भ्रांतियां को दूर कर , बेहतर समन्वय के द्वारा ,मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता एवं महत्व के बारे में मनहित से जनहित तक सक्रिय होकर कार्य करना है ! कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बुरहानपुर डीएचओ -1डॉक्टर एल डी एस फूंकबाल , मनकक्ष प्रभारी एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र झडानिया ,मनकक्ष प्रभारी सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सीमा डेविड ,सीसीपी प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर जिला बुरहानपुर श्री अनूप सिंह राजपूत, एफिकोर समाज समाजसेवी संस्था जिला बुरहानपुर के कोऑर्डिनेटर श्री विवेक खंडारे एवं टीम मेंबर एवं सभी धर्म संप्रदाय से पधारे धर्म विशेषज्ञ -फादर गेब्रियल मेथोडिस्ट चर्च शनवारा जिला बुरहानपुर, करीम मोहम्मद याकूब साहब इशती ,मौलाना नदीम बेग साहब इशती जिला बुरहानपुर से ,राधेश्याम ज्ञानी बड़ी संगत गुरुद्वारा जिला बुरहानपुर से ,रविंद्र महाराज जोशीवाड़ा बुरहानपुर से ,विजय महाराज ग्राम सांडस खुर्द ,समोती बाई ग्राम नावथा, राजाराम जयराम ग्राम बोरी ,रमेश तारसिंह ग्राम
मोंद्रा ,प्यारे साहब सारोला बड़ा जैनाबाद, एवं बड़ी संख्या में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र से आए आस्था चिकित्सक एवं एफिकोर समाज सेवी संस्था के सभी सदस्य गण एवं मनकक्ष विभाग का स्टाफ उपस्थित रहा !