बुरहानपुर (रजा खान) बुरहानपुर जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमाक 197 में शुक्रवार देर शाक टाईगर के मृत अवस्था में मिलने की सूचना मिली बुरहानपुर जिले के हसनपुरा जंगल के दक्षिण क्षेत्र में यह मृत टाईगर देखा गया वन विभाग के मैदान अमले ने इसकी सूचना विभाग के आला अधिकारियों को दी सूचना मिलते ही वन विभाग के आला अधिकारी हरकत में आए और मौके पर पहुंचे वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) विजय सिंह की अगुुवाई में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची मृत टाईगर का पोस्टमार्टम कराने के लिए 8 डॉक्टरों को पैनल गठित किया
डीएफओ विजय सिंह ने बताया मृत टाईगर की उम्र 7 -8 साल के आसपास है पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरो की पैनल ने पाया टाईगर के दांत मूंछो के बाल, पैरो के नाखून पूरी तरह सुरक्षित है जिससे यह संदेह पैदा होता है कि टाईगर की मौत शिकार के कारण नहीं बल्कि सामान्य रूप से मौत हुई है हालांकि के इस प्रकार की घटनाए सामान्य होती है लेकिन वन्यजीव के मामले में यह बात काफी चिंताजनक है
घटना की सूचना के बाद वन विभाग ने एहतियातन विभाग के डॉग स्क्वाड और ड्रोने कैमरो की मदद से सर्चिंग अभियान चलाया लेकिन किसी प्रकार के शिकार के सबूत नहीं मिलें है इससे यह माना जा रहा है टाईगर की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई हो सकती है वन्य जीवो के संरक्षण के प्रति अलर्ट रहते हुए वन विभाग ने टाईगर के शव का सही तरीके से इन्वेस्टिगेशन कार्य किया है ताकि उचित ऑपिनियन पर पहुंचा जा सके
गौरतलब है बुरहानपुर से मेलघाट कॉरिडोर जुडा होने के कारण इस क्षेत्र में वन्य जीवों का आवागमन सामान्य है डीएफओ विजय सिंह ने बताया पडोसी राज्य महाराष्ट्र की मेलघाट टाईगर सेंचुरी के कारण इस क्षेत्र में टाईगर का आवागमन पहले भी देखा गया है
इस मामले में वन विभाग ने सभी सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए जांच जारी रखी है। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे वन्य जीवों के प्रति जागरूक रहें और उनकी सुरक्षा में योगदान दें। टाइगर की मौत ने वन्यजीव संरक्षण की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है, जिससे सभी संबंधित पक्षों को सक्रिय होने की आवश्यकता है।