सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के नेतृत्व में निकली विशाल एकता पदयात्रा,एक भारत, आत्मनिर्भर भारत’ का दिया संदेश

बुरहानपुर। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150 वी जयंती के उपलक्ष में शनिवार को खंडवा लोकसभा सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के नेतृत्व में बुरहानपुर विधानसभा के ग्राम लोनी से बहादरपुर तक एक भारत, आत्मनिर्भर भारत’ संदेश के साथ विशाल एकता पदयात्रा निकली। सरदार पटेल जी व बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा प्रारंभ हुई और ग्राम बहादरपुर में सभा के साथ पदयात्रा का समापन हुआ। सांसद पाटील ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा कि बुरहानपुर सिंधिबस्ती चौराहा में सरदार पटेल की प्रतिमा स्थापित की जायेंगी इस पर महापौर प्रतिनिधि के तौर पर पूर्व महापौर श्री अतुल पटेल ने सहमति दी साथ ही कहा कि गुजर भवन के समीप गार्डन का नाम भी सरदार पटेल जी के नाम पर किया जायेगा।

राष्ट्र प्रथम की भावना दिखाई देती है- सांसद
सभा को संबोधित करते हुए सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने कहा की सरदार पटेल जी ने जिस दृढ़ इच्छाशक्ति और राष्ट्रभक्ति से भारत की 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोया था, वही भावना इस एकता पदयात्रा की प्रेरणा है। इन पदयात्राओं का उद्देश्य सरदार पटेल के योगदान से जन-जन को अवगत कराना और युवाओं में राष्ट्रीय एकता की चेतना जगाना है। सरदार पटेल का जीवन राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित रहा। उनके विचारों और निर्णयों में सदैव ””राष्ट्र प्रथम”” की भावना दिखाई देती है। पदयात्राएं उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और राष्ट्रीय एकता के सूत्र को मजबूत करेंगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का यह सशक्त प्रयास सरदार पटेल जी के संदेश को जनमानस तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा। भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ मनोज माने ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन समर्पण, त्याग और राष्ट्रीय एकता का अद्भुत संदेश देता है। देश मे निकल रही यह पदयात्राए युवा और समाज को उनके विचारों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।
युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए-दादु
नेपानगर विधायक मंजू दादू ने कहां की सरदार पटेल के कृतित्व और व्यक्तित्व से प्रत्येक युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने भारत के एकीकरण रियासतों का विलय का कार्य कर भारत की एकता को मजबूत किया है। हमारे देश में छोटी-छोटी रियासतों विलीनीकरण कर एक सशक्त भारत बनाने में सरदार पटेल का अमूल्य योगदान रहा है।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण,पदाधिकारीगण, कार्यकर्तागण,विद्यार्थी,गणमान्यजन,अधिकारी, कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
