बुरहानपुर . जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग के द्वारा आत्महत्या रोकथाम दिवस संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मनकक्ष विभाग प्रभारी मेडिकल ऑफिसर डॉ देवेंद्र झडानिया द्वारा आत्महत्या के क्या कारण है, क्या लक्षण है और इसे कैसे रोका जाएगा। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की क्या योजनाएं हैं, किस प्रकार से आम जनता को मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागृत के बारे में समझाया गया।
कार्यक्रम में जॉइंट्स फेडरेशन ग्रुप के अध्यक्ष डॉक्टर फोजिया सोडावाला के द्वारा बताया गया की असफलता मिलने पर या छोटी-छोटी बातों पर नाराज होकर आज का युवा आत्महत्या कर रहा है। अपनों के बारे में ,परिवार के बारे में, नहीं सोच पाता कि, उसके जाने के बाद उसके परिवार का क्या होगा?इसके लिए जरूरी है ,की पारिवारिक माहौल एवं युवाओं की रुचि का भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए? जिला स्वास्थ्य अधिकारी डीएचओ डॉक्टर एल.डी.एस. फुंकबाल के द्वारा कहा गया की, आत्महत्या रोकथाम के लिए हर व्यक्ति एक मोटीवेटर के रूप में कार्य करने से ही लोगों को आत्महत्या से संरक्षित एवं सुरक्षित कर सकेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा पर प्राधिकरण जिला न्यायालय जिला बुरहानपुर में एडीजे/सचिव राम इंदुकांत तिवारी ने कहा जीवन से निराश व्यक्ति को नहीं होना चाहिए ,आत्मविश्वास बनाए रखना।लोगों से मिलना जुलना चाहिए ।घूमना फिरना चाहिए, तभी चिंता कम होगी।जैसा हम चाहते हैं वैसी सफलता न मिलने से विषादता जीवन में आ जाती है !तभी हम गलत निर्णय लेते हैं !जो व्यक्ति असफल रहे हैं ,उनसे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। असफल ऐसे कई व्यक्तियों ने बड़े-बड़े कारनामे किए बड़ी-बड़ी ऊंचाइयां पाई हैं ,अच्छे लक्षण को पाया है !इसलिए आत्मविश्वास को बनाए रखें और आत्महत्या जैसा कदम ना उठाएं! आत्महत्या रोकथाम विषय पर एएनएम ट्रेंनिंग सेंटर की छात्राओं द्वारा इस विचार व्यक्त किए गए । इसके अंतर्गत सेवा सदन महाविद्यालय शनवारा जिला बुरहानपुर की छात्र-छात्राओं द्वारा एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया !जिसके अंतर्गत इस वर्ष की थीम “आत्महत्या पर कथा परिवर्तन “के आधार पर किया गया । छेड़छाड़ से परेशान छात्रा का आत्महत्या करना, इस विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया । जिसके अंतर्गत पीढ़ी छात्र के मन बदलने का कार्य उसकी साथी सहेलियों के द्वारा किया गया! जीवन का सबसे बड़ा मूल मंत्र ही है की परिस्थितियों को नहीं ,मन की स्थिति को बदलने का प्रयास करना चाहिए !इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर यह नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया !नाटक के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य समस्या या आत्महत्या जैसे कदम उठाने वालों के लिए मनहित ऐप मोबाइल में डाउनलोड करने ,टेली मानस स्वास्थ्य कार्यक्रम टोल फ्री नंबर 24 घंटे अवेलेबल 14416 के बारे में बताया गया एवं गेटकीपर की भूमिका एवं उसके कार्य को आम जनता को बताया गया !कि उनकी सहायता से हम कैसे आत्महत्या को रोक सकते हैं ?इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय जिला बुरहानपुर से एडीजे /सचिव माननीय श्री इंदुकांत तिवारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय में सहायता अधिकारी के पद पर कार्यरत श्री जयदेव मानिक ,जिला स्वास्थ्य अधिकारी डी एच ओ -1 डॉक्टर एल.डी.एस. फूंकवाल ,सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग के प्रभारी श्री हरिश्चंद्र इंदराज, एवं जिला आदिम जाति कल्याण विभाग मंडल आयोजक श्री प्रवीण केलकर ,जायंट्स ग्रुप जिला बुरहानपुर से जॉइंट्स अध्यक्ष श्रीमती फोजिया सोडावाला एवं जिला आयुष विभाग अधिकारी रिटायर्ड डॉक्टर श्रीमती किरण ठाकुर, आदिम जाति कन्या छात्रावास से रेखा राठौड़ , एएनएम ट्रेंनिंग सेंटर सिस्टर ट्यूटर श्रीमती पूजा टिमोती एवं सेवा सदन महाविद्यालय के प्रोफेसर श्री राजेश काले ,समस्त स्वास्थ्य कार्यकर्ता नर्सिंग ऑफिसर , एड्स विभाग में कार्यरत काउंसलर श्रीमती कविता तिवारी एवं आशा कार्यकर्ता एएनएम ट्रेनिंग स्टूडेंट के साथ सेवा सदन महाविद्यालय के छात्र छात्राएं एवं कन्या छात्रावास की छात्राओं के साथ बड़ी संख्या में जनमानस उपस्थित रहा! कार्यक्रम का उद्देश्य आत्महत्या रोकथाम के लिए एवं मानसिक स्वास्थ्य में समर्थन के साथ जागरूकता लाना! आत्महत्या रोकथाम के लिए गेटकीपर के रूप में सक्रिय कार्य करें , आत्महत्या के लक्षण को पहचान कर संबंधित व्यक्ति की मदद करें,आत्महत्या को समाप्त करना एवं मनहित एप एवं टेली मानस स्वास्थ्य कार्यक्रम 144 16 तथा गेटकीपर की भूमिका के बारे में प्रचार प्रसार कर समाज में मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन एवं जागरूकता लाना है आत्महत्या रोकने के लिए शपथ भी उपस्थित गणमान्य अतिथि गण एवं समस्त छात्र-छात्राओं एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्यकर्ताओं के द्वारा ली गई !कार्यक्रम का सफल संचालन परिवार नियोजन प्रभारी विजय सोनी एवं आभार मनकक्ष प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर सीमा डेविड ने माना।