बुरहानपुर। शक्ति की उपासना शक्ति ही कर सकती हैं यह बात सच कर दिखायी है जिले की 1849 मातृशक्तियों ने। रविवार की छुट्टी हो या स्थानीय अवकाश या फिर दशहरे का अवकाश इन सबके बाद भी जिले की 18 सौ से अधिक महिला डॉक्टरों ,स्टाफ नर्स ए एन एम आशा आंगनवाड़ी वर्कर और अन्य महिला कर्मचारियों ने स्क्रीनिंग कर जिले का रिकॉर्ड कायम किया है।
🔼इन महिला अधिकारी/कर्मचारीओ ने दी स्क्रीनिंग में सेवाएं ।
510 आशा कार्यकर्ताएं
145 ए एन एम
80 महिला सी एच ओ
900 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं
15 महिला डॉक्टर
04 स्त्री रोग विशेषज्ञ
13 पैरा मेडिकल स्टाफ
10 महिला ऑपरेटर
40 महिला बाल विकास सुपरवाइजर
04 स्वास्थ्य सुपरवाइजर।
ज्ञात हो कि इन दिनों नवरात्रि के पर्व पर जहां प्रत्येक घर में महिलाएं-पुरुष, मां जगत जननी की उपासना में लगा हुआ था। इसी क्रम में जिले की मातृ-शक्ति के रुप में करीब 1849 महिला डॉक्टरों और अन्य महिला कर्मचारियों द्वारा किशोरियों और समस्त आयु वर्ग की महिलाओं की स्क्रीनिंग जारी रखी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने में जुटी स्वास्थ्य विभाग टीम ,महिला बाल विकास की टीम घर घर जाकर स्वास्थ्य परामर्श देकर जांच परीक्षण के लिए प्रेरित किया
सी एम एच ओ डॉ बर्मा ने बताया कि अवकाश के दिनों में भी में पूरा अमला स्वास्थ्य जांच शिविरों में व्यस्त रहा।
जिले की महिलाओं के लक्ष्य के विरुद्ध
सेवा पखवाड़े में स्क्रीनिंग कर रिकार्ड कायम किया है।
4 लाख 53 हजार महिलाओं की स्क्रीनिंग का मिला था लक्ष्य,जिसे जिला प्रशासन ,स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभाग के सहयोग से 60%से अधिक पूर्ण किया गया ,शेष 40%महिलाओं की जांच आम दिनों में जारी रहेगी।
कलेक्टर हर्ष सिंह ने नवाचार करते हुए समस्त विभागों को एक धारा में लाकर ,कार्य विभाजन किया गया,जांच शिविरों की समीक्षा,कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की गई।
किशोरियों और महिलाओं के खून से हीमोग्लोबिन की जांच हेतु शिक्षा विभाग को निर्देश, ऑन लाइन बी सी से नियमित इवनिंग समीक्षा की गई।
प्रत्येक घर में 30 वर्ष आयु से अधिक के सभी परिवार सदस्यों का ब्लड प्रेशर एवं शुगर की जाँच । महिलाओं के लिये ब्रेस्ट कैंसर, सरवाईकल कैंसर की स्क्रीनिंग । गर्भवती महिलाओं की जांच
टी बी की जांच
दंत परीक्षण
मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण, छूटे हुए गर्भवती एवं बच्चों का टीकाकरण
स्क्रीनिंग के साथ ही बीमार लोगों का उपचार,दवाइयों का वितरण ,जांच रिपोर्ट और परामर्श दिया गया।
एपिडेमियोलॉजिस्ट रविन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि सेवा पखवाड़े में महिलाओं की जांच के मामले में जिला इंदौर संभाग में नबर एक पोजीशन पर रहा और राज्य स्तर की रैंकिंग टॉप पांच में रहा। अभियान के अंतर्गत जिन महिलाओं में खून की कमी ,उच्च रक्त चाप,शुगर और ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर पाया गया उन्हें चिन्हांकित कर उपचार ,सर्जरी के लिए प्रक्रिया जारी रहेगी। यह जानकारी रविन्द्र सिंह एपिडेमियोलॉजिस्ट स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई।