बुरहानपुर। पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बुरहानपुर में ‘‘नगर वन‘‘ (सिटी फोरेस्ट) विकसित करने हेतु लगातार प्रयासरत हैं। इस हेतु मां भवगती पहाड़ी से लगे क्षेत्र को मां भगवती वन, चिंचाला में नगर वन तथा खंडवा मार्ग पर ग्राम झिरी स्थित सरदार पटेल अखंड भारत वन को मूर्तरूप दिलाने हेतु महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, जिला वन मंडलाधिकारी और नगर निगमायुक्त को पत्र प्रेषित कर शीघ्रता-शीघ्र प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने का अनुरोध किया है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि भूमि का चयन कर लिया गया है, चिंचाला शमशान के समीप भूमि नगर वन तथा झिरी स्थित सरदार पटेल अखंड भारत वन का प्रस्ताव भेजा जा चुका है, अतिशीघ्र ही मां भवगती वन का प्रस्ताव भी बनाकर शासन को प्रेषित किया जाएगा। योजनांतर्गत स्थानीय प्रजाति के पौधों का सघन रोपण कर वनीकरण को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
मां भगवत के समीप मां भगवती वन और चिंचाला में ‘‘नगर वन‘‘ होगा विकसित
विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि मां भगवती पहाड़ी के समीप राजस्व की लगभग 20 हेक्टेयर तथा वन विभाग की 40 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध है। जो नगर वन योजना के क्रियान्वयन के लिए सर्वथा उपयुक्त है। इसको मां भगवती वन के नाम से विकसित किया जाएगा। मां भगवती वन हेतु वन विभाग को शासन को प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया है, ताकि शीघ्रता-शीघ्र स्वीकृति दिलाई जा सके। इसी प्रकार नगर निगम बुरहानपुर के चिंचाला वार्ड में श्मशान घाट के पीछे ‘‘नगर वन‘‘ हेतु 4.50 हेक्टेयर भूमि का चयन कर नगर निगम द्वारा वन विभाग के माध्यम से शासन को प्रस्ताव बनाकर प्रेषित किया जा चुका है, जिसकी स्वीकृति शीघ्र मिल सकेगी। श्रीमती चिटनिस ने महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल एवं महापौर परिषद द्वारा द्वारा नगर निगम बुरहानपुर के चिंचाला वार्ड में शमशान घाट के पीछे निगम स्वामित्व की भूमि है जो नगर वन योजना के क्रियान्वयन स्वीकृति हेतु प्रस्ताव महापौर परिषद में पारित कर वन विभाग को प्रेषित करने पर महापौर श्रीमती पटेल एवं महापौर परिषद का आभार व्यक्त किया। साथ ही वन विभाग द्वारा भी उक्त प्रस्ताव को स्वीकृति हेतु आगे बढ़ा दिया गया है। श्रीमती चिटनिस ने मां भगवती के समीप नगर वन स्वीकृति हेतु प्रस्ताव महापौर परिषद में पारित कर वन विभाग को प्रेषित करने का अनुरोध किया, ताकि जल्द से जल्द उक्त योजना को स्वीकृति दिलाई जा सके।
सरदार पटेल अखंड भारत वन हेतु ग्राम झिरी के समीप 50 हेक्टेयर भूमि का किया चयन
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि सांस्कृतिक थीम आधारित वन महोत्सव कैंप आधारित वनीकरण योजना अंतर्गत खंडवा रोड पर ग्राम झिरी के समीप सरदार पटेल अखंड भारत वन को मूर्तरूप दिया जाएगा। इस हेतु 50 हेक्टेयर शासकीय भूमि चिन्हित कर ली गई है। इस नगर वन को सरदार पटेल अखंड भारत वन नाम से जाना जाएगा। इसका प्रस्ताव बनाकर वन विभाग द्वारा शासन को प्रेषित किया जा चुका है। अतिशीघ्र स्वीकृति प्राप्त होने पर उक्त योजना को मूर्तरूप दिलाया जा सकेेगा।
नगर वन में प्रकृति के साथ सामन्जस्य की जीवन शैली व दर्शन का होगा विवरण
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर जिले में संस्कार वन अभियान के माध्यम से हम गत 13 वर्षों से समाज की सहभागीता व प्रशासन के साथ मिलकर वृक्षारोपण करते आए है। भविष्य मंे भी सरदार पटेल अखंड भारत वन को विकसित किया जाएगा। जिसमें वृक्षारोपण के साथ इतिहास तथा हमारे भारत देश की गौरवशाली तत्वों की जानकारी व समझ विकसित हो सके। प्रकृति के साथ सामन्जस्य की जीवन शैली व दर्शन का विवरण होगा। इसमें देश के एकीकरण के इतिहास बताने वाले शो भी बताया जाएगा। तालाब का निर्माण किया जाएगा। वहीं प्रकृति से जोड़ने वाली फिल्म दिखाई जाएगी। नवजवान पीढ़ी को लाईट एण्ड साउंड शो भी दिखाया जाएगा। इस वन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन की सांस्कृतिक थीम आधारित वन महोत्सव कैंप आधारित योजना है।
स्थानीय प्रजाति के पौधों का सघन रोपण कर वनीकरण को मिलेगा बढ़ावा
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में बढ़ती आबादी को देखते हुए फेफड़ों की आवश्यकता है। कटते वन और घटते ग्रीन कवर के कारण जलवायु परिवर्तन की विपदा और क्षति को तो हम भोग ही रहे है। कम हो रही वृक्षों के कारण भूमिगत जल स्तर तेजगति से गिरता जा रहा है। वृक्षारोपण केवल वन क्षेत्र में रहने वाला समाज व ग्रामीणों की जिम्मेदारी ही नहीं है। इसे समझते हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘‘नगर वन‘‘ (सिटी फोरेस्ट) योजना बनाई गई है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस योजना की अवधि 2020-21 से 2024-25 तक है। योजना का उद्देश्य नगरीय निकाय की सीमा के 5 कि.मी.की परिधि में 10 हेक्टेयर से 50 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में स्थानीय प्रजाति के पौधों का सघन रोपण कर वनीकरण को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि योजना में प्रस्ताव स्वीकृत होने पर सरकार द्वारा 4 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर की दर से वनीकरण हेतु अनुदान दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस द्वारा लंबे समय से प्रयास कर एक बड़े लैंड स्कैप पर थीम के साथ वृक्षारोपण किया जाए। विगत दिनों मुख्यमंत्री, वन मंत्री एवं वन विभाग के संबंधित उच्चाधिकारियों से भी मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की जाती रही है।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस द्वारा लंबे समय से प्रयास कर एक बड़े लैंड स्कैप पर थीम के साथ वृक्षारोपण किया जाए। विगत दिनों मुख्यमंत्री, वन मंत्री एवं वन विभाग के संबंधित उच्चाधिकारियों से भी मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की जाती रही है।